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World History in Hindi

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World History in Hindi

वैश्विक इतिहास (world history) ऐतिहासिक अध्ययन का एक नया क्षेत्र है जो 1980 के दशक में एक अलग शैक्षणिक क्षेत्र के रूप में उभरा। ‘वैश्विक इतिहास’ से आशय वैश्विक परिप्रेक्ष्य से इतिहास की जांच करने से है। किन्तु यह तुलनात्मक इतिहास से अलग है और विश्व के इतिहास से भी अलग है।

No.-1. मानव के विकास की कहानी आज से लगभग 2 मिलियन वर्ष पूर्व अफ्रीका से प्रारंभ हुई । वर्तमान मानव के आदि पुरूष ने लगभग 20000 शताब्दी पूर्व भोजन की खोज में अफ्रीका के सवाना क्षेत्र में प्रवेश किया ।

No.-2. नियंडरथल मानव ने इस उद् विकाश की प्रक्रिया का अनुगमन किया और लगभग 40000 वर्ष पूर्व मानव शरीरिक रूप से पूर्ण आधुनिक हो गया ।

No.-3. आरंभिक पश्चिमी सभ्यता का उद्भव लगभग 3200 ईसा पूर्व में मेसोपोटामिया में हुआ माना जाता है ।

No.-4. लगभग 600 ईसवी पूर्व तक सभी महत्वपूर्ण सभ्यताएं अपना अस्तित्व ग्रहण कर चुकी थी । मानव की प्रगति की कहानी के उस भाग को “इतिहास” कहते हैं जिसके लिए लिखित साक्ष्य उपलब्ध हैं ।

No.-5. वह लंबा सुदूर अतीत , जो मनुष्य ने घटनाओं का कोई लिखित विवरण नहीं लिखा, “प्राक् इतिहास” कहलाता है । इस समयावधि को हम बहुधा प्रागैतिहासिक काल भी कहते हैं ।

No.-6. भारत की हड़प्पा संस्कृति इसी युग की पहचान है, चूंकि इसके इतिहास लिखित होते हुए भी पढ़े नहीं गए हैं ।

पाषाण काल

World History in Hindi

पाषाण काल को तीन भागों में बांटा गया है –

(1) पूर्व पाषाण काल

(2) मध्य पाषाण काल

(3) नवपाषाण काल

पूर्व पाषाण काल ( Palaeolithic Period)

No.-1. होमोसेपियन्स का उद्भव पूर्व पाषाण काल में 36000 वर्ष ईसा पूर्व प्रथम बार हुआ ।

No.-2. इसका मुख्य हथियार दुस्ती कुल्हाड़ी थी । उनके हथियार पत्थर के थे तथा देखने में भद्दे तथा बिना पॉलिश युक्त थे ।

No.-3. कृषि नहीं, भोज्य पदार्थ – जंगली कंदमूल, पशुओं का मांस , मछली आदि । मुख्य व्यवसाय शिकार करना था । बाद में आग जलाना भी सीख लिया ।

No.-4. आरंभ में नंगे रहना, लेकिन बाद में शरीर को ढकने के लिए वृक्ष की छाल,पत्तों और पशुओं की खाल का प्रयोग करना उसने सीख लिया ।

No.-5. इस काल के मानव मुख्यत: भोजन इकट्टा करने वाले माने जाते हैं ।

मध्य पाषाण काल ( Mesolithic Period )

No.-1. मध्य पाषाण काल का मुख्य औजार माइक्रोलिथ (नुकीला ब्लेड) था । मध्य पाषाण काल में कृषि की शुरुआत हुई । भोजन इकट्ठा करने वाले मनुष्य से अब वह भोजन उत्पन्न करने वाला मनुष्य बन गया ।

नव पाषाण काल ( Neolithic Period)

No.-1. कृषि कार्यों में सहायता के लिए मानव ने पशुओं का पालन आरंभ किया । सर्वप्रथम कुत्ता एवं गधा पाले गए । इसके बाद बकरी, भेड़, गाय, भैंस और घोड़े का पाला गया ।

No.-2. मानव आवास की स्थायी व्यवस्था की गई । इस काल का अत्यंत उल्लेखनीय अविष्कार चक्र या पहिया था ।

No.-3. इस काल में मानव लाल रंग के बर्तन का उपयोग करते थे । अतिरिक्त खाद्य सामग्री को इस बर्तन में संचित कर भविष्य के लिए रखते थे ।

No.-4. फल,कंदमूल, सब्जियां, अनाज, जानवरों का मांस, मछली, दूध-दही, मक्खन-घी आदि नव पाषाण युग में मानव के खाद्य पदार्थ थे ।

No.-5. मनुष्य ने सर्वप्रथम तांबा धातु का प्रयोग किया तथा उसके द्वारा बनाया जाने वाला प्रथम औजार कुल्हाड़ी (प्राप्ति स्थल – अतिरम्पक्कम) था ।

No.-6. कृषि के लिए अपनाई गई सबसे प्राचीन फसल गैहूँ एवं जौ थी, लेकिन मानव द्वारा सर्वप्रथम प्रयुक्त अनाज चावल था ।

No.-7. इनामगाँव ताम्र पाषाण युग की एक बड़ी बस्ती थी । इसका संबंध जोर्वे संस्कृति से है ।

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