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गुप्त सामाज्य का उदय तीसरी शताब्दी के अन्त में प्रयाग के निकट कौशाम्बी में हुआ था। जिस प्राचीनतम गुप्त राजा के बारे में पता चला है वो है श्रीगुप्त। हालांकि प्रभावती गुप्त के पूना ताम्रपत्र अभिलेख में इसे ‘आदिराज’ कहकर सम्बोधित किया गया है। श्रीगुप्त ने गया में चीनी यात्रियों के लिए एक मंदिर बनवाया था जिसका उल्लेख चीनी यात्री इत्सिंग ने ५०० वर्षों बाद सन् ६७१ से सन् ६९५
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चंद्रगुप्त प्रथम (319-335 ई.)
N o.-1. गुप्त वंश का प्रथम शक्ति संपन्न सम्राट चंद्रगुप्त प्रथम था, जिसने ‘महाराजाधिराज’ की उपाधि धारण की N o.-2. चंद्रगुप्त प्रथम के समय 9 मार्च 319 ई. में ‘गुप्त संवत्’ का प्रारंभ हुआ, जो उनके राज्यारोहण की तिथि है ।
N o.-3. चंद्रगुप्त प्रथम ने लिच्छवि राजकुमारी कुमार देवी से विवाह किया ।
वास्तविक संस्थापक : चंद्रगुप्त प्रथम