Arab Sagar Me Girne Nadiya

Arab Sagar Me Girne wali Nadiya

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अरब सागर जिसका भारतीय नाम सिंधु सागर है, भारतीय उपमहाद्वीप और अरब क्षेत्र के बीच स्थित हिंद महासागर का हिस्सा है। अरब सागर लगभग 38,62,000 किमी2 सतही क्षेत्र घेरते हुए स्थित है तथा इसकी अधिकतम चौड़ाई लगभग 2,400 किमी (1,500 मील) है। सिन्धु नदी सबसे महत्वपूर्ण नदी है जो अरब सागर में गिरती है, इसके आलावा भारत की नर्मदा और ताप्ती नदियाँ अरब सागर में गिरती हैं  उनमें ईरान, ओमान, पाकिस्तान, यमन और संयुक्त अरब अमीरात सबसे प्रमुख हैं।

Arab Sagar Me Girne wali Nadiya

भादर नदी

No.-1. यह गुजरात के राजकोट से निकलकर अरब सागर में गिरती है।

शतरंजी

No.-1. गुजरात के अमरेली जिले से निकलकर खंभात की खाड़ी में गिरती है।

साबरमती नदी

No.-1. यह उदयपुर(राजस्थान) के निकट अरावली पर्वत माला से निकलती है एवं गुजरात होते हुए खंभात की खाड़ी में अपना जल गिराती है।

माही नदी

No.-1. माही नदी मध्य प्रदेश के धार जिले में विन्ध्याचल पर्वत से निकलती है इसका प्रवाह मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात राज्यों में है।

No.-2. इसकी सहायक नदियां सोम एवं जाखम है।

No.-3. यह खंभात की खाड़ी में अपना जल गिराती है।

नर्मदा नदी

No.-1. नर्मदा नदी मैकाल पर्वत की अमरकंटक चोटी से निकलती है।

No.-2. नर्मदा का प्रवाह क्षेत्र मध्यप्रदेश(87 प्रतिशत), गुजरात(11.5 प्रतिशत) एवं महाराष्ट्र(1.5 प्रतिशत) है।

No.-3. नर्मदा विन्ध्याचल पर्वत माला एवं सतपुडा पर्वतमाला के बीच भ्रंश घाटी में बहती है।

No.-4. यह अरबसागर में गिरने वाली प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी है।

No.-1. खंभात की खाड़ी में गिरने पर यह ज्वारनदमुख(एश्चुअरी) का निर्माण करती है।

सहायक नदियां –

No.-1. तवा, बरनेर, दूधी, शक्कर, हिरन, बरना, कोनार, माचक।

No.-2. मध्‍य प्रदेश में नर्मदा जयंती पर अमर कंटक में तीन दिन के नर्मदा महोत्‍सव का आयोजन किया जाता है।

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एस्चुअरी या ज्वारनदमुख

No.-1. नदी का जलमग्न मुहाना जहाँ स्थल से आने वाले जल और सागरीय खारे जल का मिलन होता है नदी के जल में तीव्र प्रवाह के कारण जब मलवों का निक्षेप मुहाने पर नहीं होता है तथा नदी जल के साथ मलबा भी समुद्र में गिर जाता है तो नदी का मुहाना गहरा हो जाता है ऐसे गहरे मुहाने को ज्वारनदमुख कहते हैं।

तापी

No.-1. तापी मध्यप्रदेश के बैतुल जिले के मुल्लाई नामक स्थान से निकलती है।

No.-2. यह सतपुड़ा एवं अजंता पहाड़ी के बीच भ्रंश घाटी में बहती है।

No.-3. तापी नदी का बेसिन महाराष्ट्र(79 प्रतिशत), मध्यप्रदेश(15 प्रतिशत) एवं गुजरात(6 प्रतिशत) है।

No.-4. तापी की मुख्य सहायक नदी पूरणा है।

No.-5. तापी खंभात की खाड़ी में अपना जल गिराती है एवं एश्चुअरी का निर्माण करती है।

माण्डवी नदी

No.-1. माण्डवी नदी कर्नाटक राज्य में पश्चिमी घाट पर्वत के भीमगाड झरने से निकलकर पश्चिम दिशा में प्रवाहित होते हुए गोवा राज्य से प्रवाहित होने के बाद अरब सागर में गिरती है।

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जुआरी नदी

No.-1. जुआरी नदी गोवा राज्य में पश्चिमी घाट से निकलकर पश्चिम दिशा में बहते हुए अरब सागर में गिरती है।

No.-2. यह गोवा की सबसे लंबी नदी है।

शरावती नदी

No.-1. यह नदी कर्नाटक राज्य में पश्चिमी घाट पर्वत की अम्बुतीर्थ नामक पहाड़ी से निकलती है एवं कर्नाटक राज्य में बहते हुए अरब सागर में गिरती है।

No.-2. जोग जलप्रपात इसी नदी पर  स्थित है।

गंगावेली नदी

No.-1. यह नदी कर्नाटक राज्य में पश्चिमी घाट पर्वत से निकलकर कर्नाटक राज्य में बहते हुए अरब सागर में गिरती है।

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पेरियार नदी

No.-1. यह अन्नामलाई पहाड़ी से निकलती है एवं केरल राज्य में बहते हुए अरबसागर में गिरती है।

No.-2. यह केरल की दूसरी सबसे लंबी नदी है।

No.-3. इसे केरल की जीवन रेखा भी कहा जाता है।

No.-4. इसका प्रवाह क्षेत्र केरल एवं तमिलनाडु राज्यों में है।

भरतपूजा नदी

No.-1. यह अन्नामलाई से निकलती है।

No.-2. इसका अन्य नाम पोन्नानी है।

No.-3. यह केरल की सबसे लंबी नदी है।

No.-4. इसका प्रवाह क्षेत्र केरल एवं तमिलनाडु है।

पंबा नदी

No.-1. यह केरल की नदी है एवं बेम्बनाद झील में गिरती है।

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